
“विद्यारंभ वृक्षारोपण” से होगी विश्वविद्यालय के प्रथम सत्र की शुरुआत
अयोध्या: राम की नगरी अयोध्या में एक ऐतिहासिक पल आने वाला है। यहां स्थित महर्षि महेश योगी रामायण विश्वविद्यालय अपने पहले शैक्षणिक सत्र की शुरुआत एक अनोखे और प्रेरणादायी कार्यक्रम से करने जा रहा है। इस मौके को विशेष बनाने के लिए विश्वविद्यालय ने पारंपरिक कार्यक्रमों से हटकर एक नई परंपरा गढ़ने का निर्णय लिया है।
इस बार न तो दीप प्रज्वलन से शुरुआत होगी और न ही केवल भाषणों से कार्यक्रम संपन्न होगा, बल्कि शिक्षा और पर्यावरण के संगम को मूर्त रूप दिया जाएगा। इसके अंतर्गत आयोजित “विद्यारंभ वृक्षारोपण” कार्यक्रम में विश्वविद्यालय में प्रवेश लेने वाले पहले 21 विद्यार्थी अपने हाथों से पौधारोपण करेंगे। यह अनूठी पहल न केवल विश्वविद्यालय की यात्रा का प्रथम अध्याय होगी, बल्कि विद्यार्थियों को पर्यावरण के प्रति ज़िम्मेदारी का संदेश भी देगी।
विश्वविद्यालय प्रशासन का मानना है कि किसी भी शैक्षणिक संस्थान का वास्तविक केंद्र विद्यार्थी ही होते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए प्रथम सत्र के उद्घाटन में विद्यार्थियों को प्रमुख भूमिका दी गई है। हर विद्यार्थी अपने हाथों से एक पौधा लगाकर यह संकल्प लेगा कि जैसे वह अपनी शिक्षा को आदर्श और मूल्यों से सींचेगा, वैसे ही इस पौधे को भी सींचकर इसे भविष्य में एक छायादार वृक्ष बनाएगा।
यह पहल विद्यार्थियों के लिए केवल एक यादगार पल ही नहीं, बल्कि उनकी ज़िम्मेदारी और पहचान का प्रतीक भी होगी। पौधे पर विद्यार्थी का नाम और प्रथम सत्र का उल्लेख अंकित किया जाएगा, ताकि वर्षों बाद भी इन पौधों को देखकर आने वाली पीढ़ियाँ इस शुरुआत को याद कर सकें।
इस मौके पर मुख्य अतिथि डॉ. अरुण कुमार सक्सेना, वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), उत्तर प्रदेश सरकार, गिरीश पति त्रिपाठी, महापौर अयोध्या, कुलाधिपति श्री अजय प्रकाश श्रीवास्तव, बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के सदस्य पंकज शर्मा और राहुल भारद्वाज भी रहेंगे
सब मिलकर विद्यार्थियों को न केवल शिक्षा के लिए प्रेरित करेंगे, बल्कि पर्यावरण संरक्षण के लिए भी प्रोत्साहित करेंगे।
अयोध्या की जनता इस विश्वविद्यालय की स्थापना को लेकर पहले से ही उत्साहित है क्यूंकि महर्षि महेश योगी रामायण विश्वविद्यालय भविष्य की पीढ़ियों को ज्ञान, संस्कृति और पर्यावरण—तीनों से जोड़ने का काम करेगा।
सामान्य रूप से विश्वविद्यालयों का पहला सत्र कक्षाओं की शुरुआत या उद्घाटन समारोह से ही शुरू होता है, लेकिन यह विश्वविद्यालय उस परंपरा से हटकर एक हरित परंपरा की नींव रख रहा है। “विद्यारंभ वृक्षारोपण” यह संदेश देगा कि शिक्षा और प्रकृति का रिश्ता अटूट है।
“विद्यारंभ वृक्षारोपण” केवल एक औपचारिक आयोजन नहीं है, बल्कि यह एक आंदोलन की तरह है जो यह कहता है कि शिक्षा और हरियाली का संगम ही आने वाली पीढ़ियों को सुरक्षित और समृद्ध भविष्य देग
विश्वविद्यालय प्रशासन का लक्ष्य है कि इस पहल से प्रेरणा लेकर हर वर्ष नए विद्यार्थियों को भी पौधारोपण से जोड़ा जाएगा। इस तरह यह परंपरा आने वाले वर्षों में हजारों पौधों और हरियाली की नई धरोहर के रूप में विकसित होगी।